अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के नियमों और उनके संरक्षण का काम करने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने नए नियम बना दिए हैं। इसके साथ कई पुराने नियमों में संशोधन किया है। इन संशोधन नियमें में गेंदबाजों द्वारा लार के इस्तेमाल से लेकर मांकडिंग आउट करने, वाइड और डेड बॉल को लेकर बड़े संशोधन किए गए हैं। मेरिलबोन क्रिकेट क्लब संस्था के मुताबिक ये सभी नए नियम 1 अक्टूबर से सभी क्रिकेट मैचों के दौरान लागू होंगे।
नए नियमों के मुताबिक मांकडिंग को 41.16 (अनुचित खेल) से कानून 38 (रन आउट) में शिफ्ट कर दिया गया है। नए नियमों के तहत इसमें नॉन स्ट्राइक छोर के बल्लेबाज को रन आउट करने का प्रावधान है। इसका मतलब साफ है कि यदि बॉलिंग साइड पर खड़ा बल्लेबाज गेंद फेंकने से पहले क्रीज से बाहर निकल जाता है तो गेंदबाज उसे आउट कर सकता है।
देश और दुनिया में तेजी से फैली महामारी कोरोना के समय में गेंदबाज गेंद को स्विंग कराने के लिए लार की जगह पसीने का इस्तेमाल कर रहे थे लेकिन अब 41.3 के कानून के अंतर्गत लार को क्रिकेट में पूरी तरह बैन कर दिया गया है। एमसीसी का मानना है कि अब लार का स्विंग पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। तो इस कानून को पूरी तरह से बैन कर देना चाहिए।
इसके साथ ही इन नए नियमों में क्रिकेट मैदान में किसी बाहरी व्यक्ति या जानवर या पक्षी के आने पर अधिकतर मैच में रुकावट आती है और उस गेंद को डेड करार दिया जाता है। नए नियमों के तहत अब उस गेंद को डेड है या नहीं यह तय करने का अधिकार अंपायर के पास होगा। नए नियम के तहत यदि अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज गेंद को चौतरफा खेलने के लिए गेंद से आसानी से खेल सकता था और उसने जानबूझकर गेंद नहीं खेली तो अंपायर ऐसी गेंद को जायज ठहरा सकता है। और गेंद का सही मानते हुए विकेट जाता है तो विकेट माना जाएगा।
इसके साथ ही मेरिलबोन क्रिकेट क्लब के नए नियमों में एक नया नियम 1.3 बनाया गया है। यह नियम खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट को लेकर एमसीसी ने नया लॉ 1.3 बनाया है। इस नए नियम के मुताबिक जिस खिलाड़ी को रिप्लेस किया जा रहा है, उसके ही रूप में रिप्लेसमेंट होना चाहिए। इसके अलावा रिप्लेसमेंट के तहत यदि प्लेयर अपनी बल्लेबाजी कर चुका है तो मैदान पर उसकी जगह आने वाला प्लेयर उस पारी में बल्लेबाजी नहीं कर सकेगा। यदि खिलाड़ी पर कोई पेनाल्टी, सस्पेंसंस या वॉर्निंग लागू है तो उसकी जगह आने वाले प्लेयर पर भी यह सब लागू रहेंगे।