JP Nadda : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सिरमौर जिले के पांवटा साहिब उप मंडल में सिरमौरी ताल का दौरा किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल आदि भी साथ रहे।
जेपी नड्डा ने सिरमौरी ताल और कच्ची ढांग में बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया और राहत केंद्र में जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात भी की। इसके साथ ही उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। बता दें कि बीते दिनों सिरमौरी ताल में बादल फटने से पूरा क्षेत्र तबाह हो गया इस तबाही में एक ही परिवार के पांच लोगों की मालबे में दबकर मौत हो गई थी।
राहत शिविर केंद्र का किया दौरा
बीजेपी नेताओं ने सबसे पहले राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के उस हिस्से का अवलोकन किया जहां हर साल कई बार सड़क टूटती है और लगभग एक महीने तक सड़क मार्ग बाधित रहता है। इसके उपरांत दोनों नेताओं ने बादल फटने से तबाह हुए सिरमौरीताल गांव का दौरा किया।
यहां केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्थानीय भाजपा नेताओं और स्थानीय प्रशासन से नुकसान के बारे में रिपोर्ट तलब की साथ ही आपदा के बारे में स्थानीय लोगों से बात भी की। यहां पर बीजेपी नेताओं ने राहत शिविर केंद्र का दौरा भी किया साथ ही बाढ़ में अपने परिवार के 5 लोगों को खो चुके विनोद कुमार से भी मिले और उन्हें सांत्वना दी साथ ही हर संभव सहायता देने का आश्वासन भी दिया।
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल के हालात पर नजर रखे हुए हैं। केंद्र से आपदा पीड़ितों के लिए हर संभव मदद भेजने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस दौरे के बाद केंद्र के समक्ष नुकसान का ब्योरा रखेंगे।
हर संभव भरपाई का प्रयास किया जाएगा- जेपी नड्डा
जेपी नड्डा ने आश्वासन दिया कि हिमाचल में हुए नुकसान की हर संभव भरपाई का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपदा में प्रदेश की मदद के लिए ना केंद्र सरकार पीछे रही है, ना रहेगी। मैं प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार की ओर से आपदा पीड़ितों से मिलने आया हूं आज प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मिलेगें और केंद्र सरकार के समक्ष भी हिमाचल के मुद्दे रखूंगा।
आपको बता दें कि हिमाचल में 24 जून से मानसून के बाद बारिश के कारण अब तक 221 लोगों की जान जा चुकी है और बड़ी संख्या में लोग यहां घायल और बेघर हुए हैं। संपत्तियों का भी भारी नुकसान हुआ है। 11,600 से अधिक घर आंशिक या पूरी तरह ढह गए हैं। शनिवार को भी 151 मकान गिरे जबकि 106 क्षतिग्रस्त हुए हैं। 118 गोशालाएं भी बुरी क्षतिग्रस्त हुई हैं।