दुनिया के सबसे बड़े रईस और टेस्ला के सीईओ (Tesla CEO) एलन मस्क (Elon Musk) "नीली चिड़िया" यानी ट्विटर (Twitter) को खरीदने के लिए बेताब हो रहे हैं। इनकी बेताबी इस कदर नजर आ रही है कि ये लोकप्रिय माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने के लिए कितनी भी रकम चुकाने के लिए तैयार हैं। 15 अप्रैल, शुक्रवार को एलन मस्क के इस ऑफर का ट्विटर ने Poison pill रणनीति बनाई है। आइए इसके बारे विस्तार से जानते हैं...
चली Poison pill की रणनीति
दरअसल, एलन मस्क ने ट्विटर खरीदने के लिए हर शेयर्स के लिए 54.20 डॉलर (4137.17 रुपये) देने का ऑफर पेश किया है। ऐसे में ट्विटर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर द्वारा एलन के इस ऑफर को न करने के लिए एक अलग अंदाज में रणनीति बनाई है। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा Poison pill नामक शेयरधारक अधिकार योजना को सीमित अवधि के लिए अपनाया है। ट्विटर बोर्ड ने आधिकारिक प्रेस रिलीज में कहा कि ट्विटर का अधिग्रहण करने के लिए एक अवांछित और कानूनी रूप से गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव के कारण शेयरधारक अधिकार योजना को अपनाया है।
Poison pill रणनीति क्या है?
व्यावसायिक दुनिया में Poison pill एक टर्म होता है, जोकि एक तरह की रणनीति कहलाती है। एलन मस्क की ट्विटर को खरीदने के प्रयासों पर रोक लगाने के लिए इस टर्म का इस्तेमाल ट्विटर बोर्ड ने किया है। भले ही इस टर्म के होने पर एलन के लिए ट्विटर को खरीदना महंगा हो जाएगा लेकिन मुश्किल नहीं होगा। हो सकता है कि महंगे होेने पर एलन इसे खरीदने का विचार अपने मन से हटा दें।
15 प्रतिशत शेयर्स पर राइट्स प्लान लागू
आपको बता दें कि शेयरधारकों का ये राइट्स प्लान 15 फीसदी शेयर खरीदने की कोशिश करने पर लागू हो जाएगा। फिलहाल, एलन मस्क के पास ट्विटर के 9 फीसदी से अधिक शेयर्स हैं। इसके साथ ही वो इस कंपनी के सबसे बड़े शेयरहोल्डर है। दरअसल, बीते दिनों में एलन ने ट्विटर से 100 प्रतिशत शेयर्स खरीदने की पेशकश की थी। साथ ही उन्होंने हर एक शेयर के लिए 54.20 डॉलर (4137.17 रुपये) देना का प्रस्ताव भी दिया।