अमेरिका के न्यूयॉर्क में अंग्रेजी के प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) पर जानलेवा हमला किया गया है। विवादित किताब द सैटेनिक वर्सेज (The Satanic Verses) के लेखक पर यह हमला उस वक्त हुआ, जब वह पश्चिमी न्यूयॉर्क (New York) में अपना व्याख्यान देने वाले थे। बुकर पुरस्कार जीतने वाले लेखक को 1980 के दशक से ही इस्लामी आतंकियों की ओर से जान से मारने की धमकी मिलती आ रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब उनका स्टेज पर परिचय कराया जा रहा था तो उन्होंने एक आदमी को मंच पर तेजी से दौड़ते हुए देखा और उसने सलमान रुश्दी को घायल कर दिया। दावा किया जा रहा है कि सलमान को चाकू घोंपा गया है।
सोशल मीडिया (Social Media) पर इसके एक वायरल वीडियो में यह साफ दिखाई दे रहा है कि घटनास्थल पर अफरा-तफरी मची हुई है। वहां मौजूद लोगों ने हमलावर को मौके पर ही तुरंत पकड़ लिया। अभी तक सलमान रुश्दी की हालत के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
इस्लामी आतंक के निशाने पर सलमान रुश्दी
1988 में सलमान रुश्दी ने एक नॉवेल 'द सेटेनिक वर्सेज लिखा था, जो कि इस्लाम पर आधारित है। इसे अब तक की सबसे विवादित किताबों में से एक कहा जाता है। इतना ही नहीं दुनिया के अधिकतर देशों में इस पर प्रतिबंध भी लग चुका है। इस नॉवेल के कारण वे लगातार इस्लामी आतंकवाद के निशाने पर रहे हैं।
फतवा हुआ था जारी
बता दें कि 1989 में ईरान के दिवंगत सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह रुहोल्लाह खोमैनी ने द सेटेनिक वर्सेज नोबेल के लिए सलमान को मारने के लिए एक फतवा जारी किया था। इस फतवे में रुश्दी को मारने वाले व्यक्ति के लिए 30 लाख डॉलर का इनाम भी रखा गया था, जो अब तक चल रहा है। गौरतलब है कि ईरान की सरकार ने खोमैनी के फतवे से काफी लंबे समय तक दूरी बनाई रखी, लेकिन रुश्दी के खिलाफ वह अंदर-अंदर लोगों की भावनाएं भड़कती रही। नतीजा यह रहा कि 2012 में एक अर्द्धसरकारी ईरानी धार्मिक संगठन (semi-official Iranian religious organization) ने रूश्दी के इनाम की रकम को 28 लाख से बढ़ाकर 33 लाख डॉलर तक कर दिया।